प्रशांत महासागर की धाराएं – उत्तरी प्रशांत महासागर की धाराएं, उत्तर विषुवतरेखीय धारा, क्यूरोशिवो धारा, सुशीमा धारा, उत्तरी प्रशांत महासागरीय धारा, अलास्का धारा, कैलिफोर्निया धारा, ओयाशोवी धारा, पूर्व ऑस्ट्रेलिया धारा, पेरू धारा या हम्बोल्ट, एल नीनो, प्रतिविषुवत रेखीय धारा आदि
1 उत्तरी प्रशांत महासागर की धाराएं
गर्म धारा
उत्तर विषुवत रेखीय धारा :- इस धारा की उत्पत्ति उत्तरी- पूर्वी व्यापारिक पवनों के प्रभाव से होती हैl तथा यह मैक्सिको की खाड़ी के निकट उत्तरी प्रशांत महासागर में भूमध्य रेखीय भागों के पास उत्पन्न होकर पश्चिम की ओर बहती हुई फिलिपाइन्स द्वीप समूह तक पहुंचती है यहां पर इस धारा को दो शाखाए हो जाती हैl एक शाखा उत्तर की ओर बडकर क्यूरोशिवो की धारा में मिल जाती है दूसरी शाखा प्रति भूमध्यरेखीय धारा में मिल जाती है
क्यूरोशिवो धारा – उत्तरी विषुवत रेखीय धारा फिलिपाइन्स के पास दाहिननी ओर मुड़कर उत्तर दिशा की ओर उन्मुख होकर क्यूरोशिवो धारा को जन्म देती है 35° उ अक्षांश के पास क्यूरोशिवो धारा पछुवा हवा के कारण जापान तट छोड़कर पूर्व की ओर मुड जाती है यह गर्म धारा है
सुशीमा धारा – यह एक गर्म धारा है जो क्यूरोशिवो की धारा के बायीं ओर निकलकर बहती है तथा जापान के पश्चिम तट के पास बहती है आगे उत्तर यह धारा उत्तर में जापान सागर में प्रवेश कर जाती है
उत्तरी प्रशांत महासागरीय धारा – जापान के दक्षिण पूर्वी तट के समीप क्यूरोशिवो धारा प्रचलित पछुवा पवन की चपेट में आ जाती है और महासागर के आर पार पश्चिम से पूर्व दिशा में उत्तरी प्रशांत गर्म धारा के नाम से बहती है
ब्रिटिश कोलंबिया अर्थात अलास्का धारा – उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट पर उत्तरी प्रशांत महासागर की दूसरी धारा घड़ियों की सुइयों की विपरीत दिशा में उत्तर की ओर मुड़ जाती है यहां यह ब्रिटिश कोलंबिया तथा अलास्का के तट के साथ बहती है इसलिए इसे अलास्का धारा कहां जाता हैl
ठंडी धारा
कैलिफोर्निया धारा – यह एक ठंडी धारा है वास्तव में यह धारा उत्तरी प्रशांत महासागरीय धारा का ही बड़ा हुआ भाग है यह व्यापारिक हवाओं के प्रभाव से अमेरिका तट से जल हटकर उत्तरी विषुवत रेखीय धारा के रूप में पश्चिम की ओर प्रवाहित होने लगता है यहां जलाभाव की आपूर्ति के लिए उत्तर से दक्षिण दिशा में कैलिफोर्निया धारा चलने लगती है
ओयाशोवी धारा – इसे क्यूराइल ठंडी धारा भी कहां जाता है यह धारा बेरिंग जलडमरूमध्य से होकर दक्षिण की ओर प्रवाहित होती है जिसके द्वारा आर्कटिक सागर का ठंडा जल प्रशांत महासागर में लाया जाता है जहां ओयाशिवो धारा क्युरोशिवी धारा से मिलती है वहा पर घना कोहरा छा जाता हैl
दक्षिणी प्रशांत महासागर की धाराएं –
गर्म धारा
दक्षिणी भूमध्यरेखीय धारा – व्यापारिक हवाओं के प्रभाव से उत्पन्न होकर यह धारा पूर्व से पश्चिम दिशा में प्रवाहित होती है यह धारा उत्तरी विषुवतरेखीय धारा से प्रबल होती है यह न्यू गायना के पास इसकी दो शाखाएं हो जाती है उत्तरी शाखा उत्तरी न्यू गायना के उत्तर से होकर प्रतिविषुवत धारा को जन्म देती है दक्षिणी शाखा ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी तथा उ.पू तट की ओर उन्मुख हो जाती है
पूर्व ऑस्ट्रेलिया धारा – जब दक्षिणी विषुवतीय धारा ऑस्ट्रेलिया के तट के पास पहुंचकर विभाजित हो जाती है तो उसकी दक्षिणी शाखा ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट के सहारे दक्षिण दिशा में बहने लगती है आगे यह धारा पछुवा पवन प्रवाह में शामिल हो जाती हैl
ठंडी धारा
पेरू धारा – दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तट के सहारे दक्षिण से उत्तर दिशा में प्रवाहित होने वाली ठंडी धारा को पेरू धारा या हम्बोल्ट धारा कहते हैं इस धारा की खोज करने वाले वैज्ञानिक का नाम हंबोल्ट थाl चीली और पेरू तट के निकट यह धारा बहती है तब वहां से पेरू धारा का नाम दिया जाता है
दक्षिण प्रशांत महासागर धारा – तस्मानिया के समीप पूर्वी ऑस्ट्रेलिया धारा पछुवा हवाओं के प्रभाव में आ जाती है और पश्चिम से पूर्व की ओर बहने लगती है यहां से दक्षिणी प्रशांत धारा के नाम से जाना जाता हैl
एल नीनो – कभी-कभी पेरू के तट के पास पेरू की ठंडी धारा के स्थान पर एक गर्म जलधारा विकसित हो जाती है इसे ही एलनीनो कहते हैं ठंडे जल के स्थान पर गर्म जल के आ जाने के कारण मछलियों का भोजन कम हो जाता है अतः उनकी संख्या भी बहुत कम हो जाती है एलनीनो का प्रभाव पूरे विश्व की जलवायु में परिवर्तन ला देता है पेरू में भयंकर तूफान आते हैं भारत में भी इसका प्रभाव पड़ता हैl
प्रतिविषुवत रेखीय धारा – उत्तरी तथा दक्षिणी विषुवत रेखीय धाराओं के मध्य पश्चिम से पूर्व दिशा में प्रवाहित होने वाली धारा को प्रति विषुवत रेखीय धारा कहां जाता है व्यापारीक पवनो के कारण महासागर के पश्चिमी भाग में जल का संचयन होने से पश्चिम से पूर्व दिशा की ओर एक सामान्य ढाल प्रवणता का निर्माण हो जाता है जिस कारण पश्चिम से पूर्व की ओर प्रवाहित होता है यह धारा पश्चिम में मिंडनाओ से पूर्व में पनामा की खाड़ी तक प्रवाहित होती है यह गर्म धारा हैl
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